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👼🏼हम बाबा के बच्चों के लिए 😴रात्रि को 📋चार्ट देकर सोना क्यों अति आवश्यक है ?
🏮बाबा के एक महावाक्य हैं :-
"जो बच्चे मुझे रात्रि में पोतमेल देकर सोयेंगे ...
उन्हें धरामराजपुरी में नहीं जाना पड़ेगा .... " ज़रा चिंतन कीजिये बाबा के इस महावाक्य पर की बाबा ने कितनी बड़ी बात कही है । खुद भगवान् ने धरमराजपुरी में ना जाने का कितना सरल रास्ता बताया है हमें।
🏮बाबा ने ये भी कहा है की जो बच्चे अपने पोतामेल में बाबा को खुद से की हुई छोटी या बड़ी अवग्यायें सच सच बता देते हैं ....
बाबा उनके आधे पाप माफ़ कर देता है । बाबा के ये महावाक्य सुनने के बाद तो संगम युग का कोई भी दिन ऐसा नहीं जाना चाहिए की हम बाबा को बिना चार्ट देकर सो जाएँ ।
👼🏼जो बच्चे😴 रात्रि में 🏮बाबा को अपना सच्चा सच्चा पोतामेल देकर सोते हैं बाबा उन बच्चों को आगे बड़ने के लिए अपनी extra मदद देता है ...
आपने सुना भी होगा :-
💓"सच्चे दिल पर साहेब राज़ी"🏮
🚶🏻बहुत बार ऐसा होता है की बहुत बहुत दिन बीत जाते है अल्बेलेपन में और हम अपने पुरुषार्थ पर कोई ख़ास विशेष attention नहीं देते । संगम्युग का बहुत सा हीरे तुल्य समय यूँ ही व्यर्थ में चला जाता है और हमें पता भी नहीं चल पाता है । सिर्फ एक चार्ट देने के पुरुषार्थ से हमें संगम युग के हर बीतते दिन की कीमत का एहसास हो जाता है । किसी भी एक दिन अगर हमने चार्ट में अच्छे marks नहीं लिए तो हमारा मन हमें खाता है और हम अगले दिन अच्छा पुरुषार्थ कर चार्ट में अच्छे मार्क्स लेने का दृङ संकल्प करते हैं ।
👹हम बहुत से विकारों पर विजय प्राप्त करने के लिए पुरुषार्थ करते हैं लेकिन एक ऐसा छिपा हुआ विकार जो हमें सालों तक आगे नहीं बड़ने देता ....
हमें चङती कला का अनुभव नहीं होने देता ...
वह विकार है अलबेलापन । अलबेलापन एक ऐसा विकार जो हमें सत्य को अच्छी तरह से जानते समझते हुए भी हमें सत्य की राह पर चलने नहीं देता । चार्ट देने का पुरुषार्थ सबसे पहले हमारे सबसे बडे छिपे हुए शत्रु अल्बेलेपन को उखाड़ फेंकता है ।
😐बाबा अब SEASON में सिर्फ 8 बार ही आते हैं । 🕑समय के इन इशारों को समझने की कोशिश करें। बाबा का अव्यक्त पार्ट समाप्ती की और है ।
🙌🏼"बहुत गयी .. थोड़ी रही ....
अब तो थोड़ी की भी थोड़ी रही "👍🏻
🌟जिस आत्मा ने अब भी अल्बेलेपन का त्याग नहीं किया...
उसके लिए अन्तकाल में सिवाए खून के आंसूं बहाने के कोई और चारा बाकी नहीं रह जायेगा।
📋 चार्ट श्रीमत रुपी लगाम को कसने का एक सहज साधन है .... और यह श्रीमत रुपी लगाम हमारे लिए सुरक्षा कवच का काम करती है । चार्ट अपने पुरुषार्थ की अति सूक्षम से सूक्षम कमियों को दूर करने का सहज साधन है ।
👰🏼हमारे इस यज्ञ में ऐसा कोई महारथी नहीं जो चार्ट देने की श्रीमत का पालन किये बिना महारथी बन गया हो । 40-50 साल से भी ज्यादा समय से समर्पित भाई भी आज भी रात को सोने से पहले बाबा को चार्ट देकर सोते हैं😴 ।
🕚आइये हम संगम युग के बचे हुए इस बहुत ही कम समय में खुद के साथ पुरुषार्थ की 🏃🏻RACE करें और खुद से एक वादा करें की संगम युग के बचे हुए हर एक दिन में बाबा को याद का चार्ट देकर ही सोयेंगे।
✅एक ना एक दिन तो हमें ये शुरुआत करनी ही होगी तो क्यों न ये शुरुआत आज से ही करें ।
💭श्रेष्ठ संकल्प का एक कदम आपका ...
🏮सहयोग के एक हज़ार कदम बाबा के .
💓 से ॐ शान्ति 🌹
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