ॐ शांति sister...
आज मैं 31 साल का हूँ । और मैंने अपनी ज़िन्दगी के शुरू के 25 साल नर्क देखा है ।
मैंने बचपन से लेकर आज तक कभी पिता का प्यार नहीं पाया ... जब से मैं पैदा हुआ ... मैंने उन्हें शराब और जुए में मस्त देखा है । उन्होंने अपनी गन्दी आदतों से पूरे घर को तबाह कर दिया था । सब कुछ बेच दिया था । 2 टाइम की रोटी के भी लाले पड़ गए । मेरी मा ने हम 2 भाई बहनो को पाल पोस कर जैसे तैसे बड़ा किया ।
जब मैं बड़ा हुआ और 20-21 साल का हुआ तो मैंने अपने पापा के खिलाफ stand लेना शुरू किया । चार पांच साल तक बहुत लंबा और पीड़ादायक संघर्ष चला । और मैं उन्हें जैसे तैसे control करने में कामयाब रहा ।
पिछले 5-6 सालों से 95% सब कुछ ठीक है ।पर अभी भी वो बीच बीच में कोई न कोई समस्या खड़ी कर देते हैं ।
मेरी मम्मी 2000 रुपये की नोकरी किया करती थी एक प्राइवेट स्कूल में ... और उस 2000 रुपये की नोकरी से उन्होंने मुझे software engineer बना दिया ... मेरी लोकिक बहन को भी software engineer बना दिया और आज मेरी मम्मी की भी Govt Job है ।
मैं एक ideal son था । हमारे पूरा खानदान और पूरा मोहल्ला मेरी दाद दिया करता था की "बेटा हो तो ऐसा हो ...." सभी ये कहा करते थे की "ये बड़ा होकर अपनी माँ को खूब सुख दिखायेगा"
मेरी माँ सीना थोक कर कहा करती थी की "मेरा बेटा मेरा घमण्ड है"
लेकिन जब मैंने अपनी अलोकिल ज़िन्दगी का decision सभी को सुनाया । सभी के पांव के नीचे से जमीन खिसक गयी । 6 महीने तक सभी रोते रहे । मेरी माँ कहने लगी की "मेरे ही बेटे ने मेरा घमण्ड तोड़ दिया"
सभी ने मुझसे मुह मोड़ लिया ... मुझे पत्थर दिल करार दे दिया । मुझसे कोई बात नहीं करता था । कई कई हफ़्तों तक मैं इस दुनिया में अकेला ही घूमता रहता था । कोई बात करने वाला तक नहीं होता था मेरे पास । वो समय बहुत ही ज्यादा मुश्किल था ।
पर आज सब कुछ बदल गया है । वो संघर्ष के दिन अब बीत चुके हैं । अब सब कुछ ठीक है ।
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